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VMOU BLIS-06 Paper ; vmou exam paper 2023

नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में VMOU BLIS के लिए ( BLIS-06 , Information Sources ) का पेपर उत्तर सहित दे रखा हैं जो जो महत्वपूर्ण प्रश्न हैं जो परीक्षा में आएंगे उन सभी को शामिल किया गया है आगे इसमे पेपर के खंड वाइज़ प्रश्न दे रखे हैं जिस भी प्रश्नों का उत्तर देखना हैं उस पर Click करे –

Section-A

प्रश्न-1 जीवन वृत्तांत किसे कहते हैं ?

उत्तर:- किसी व्यक्ति के जीवन का चरित्र चित्रण करना अर्थात किसी व्यक्ति विशेष के सम्पूर्ण जीवन वृतांत को जीवन वृतांत या जीवनी कहते है। जीवनी में व्यक्ति विशेष के जीवन में घटित घटनाओं का कलात्मक और सौन्दर्यता के साथ चित्रण होता है जीवनी को अंग्रेजी में “बायोग्राफी” कहते है।

प्रश्न-2. अनुक्रमणिका को परिभाषित कीजिए ?

उत्तर:-किसी ग्रन्थ या किसी अन्य कृति में आये हुए प्रमुख शब्दों को वर्णक्रम में या किसी अन्य क्रम में सजाकर निर्मित सूची को अनुक्रमणिका कहते हैं ,अनुक्रमणिका में विषयों को विभिन्न शीर्षकों या अनुभागों में विभाजित किया जाता है

प्रश्न-3. वाडमयसूची का उद्देश्य लिखिए ?

उत्तर:- ग्रंथसूची प्रविष्टि का मुख्य उद्देश्य उन लेखकों को श्रेय देना है जिनके काम से आपने अपने शोध में परामर्श लिया है। इससे पाठक के लिए आपके विषय के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करना आसान हो जाता है, क्योंकि आपने अपना पेपर लिखने के लिए उस शोध का अध्ययन किया था जिसका उपयोग आपने किया था।

प्रश्न-4. एनसाइक्लोपीडिया अमेरिकाना का कार्यक्षेत्र बताइए ?

उत्तर:-एनसाइक्लोपीडिया अमेरिकाना एक सामान्य विश्वकोश है जो अमेरिकी अंग्रेजी में लिखा गया है। जिसमें विज्ञान, साहित्य, इतिहास, भूगोल, कला, सामाजिक विज्ञान, व्यावसायिकता, धर्म, और अन्य विषयों पर जानकारी उपलब्ध होती है। फ्रांसिस लीबर ने “इंसाइक्लोपीडिया अमेरिकाना” का प्रकाशन 1829 में प्रारंभ किया। प्रथम संस्करण के 13 खंड सन् 1833 तक प्रकाशित हुए। सन् 1835 में 14 खंड प्रकाशित किए गए।

प्रश्न-5. पांचांग की आवश्यकता बताइए ?

उत्तर:-पंचांग की मदद से शुभ दिन, शुभ मुहूर्त, शुभ योग, दिन के अशुभ समय, ग्रहों की स्थिति आदि के बारे में पता चलता है. पंचांग से दिशाशूल, सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी मिलती है.

प्रश्न-6. इफला क्या हैं ? इसका पूरा नाम क्या है ?

उत्तर:-अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकालय संगठन (इफला) सार्वभौमिक ग्रंथसूची के संकलन और प्रसारण के क्षेत्र में एक विश्वस्तरीय संगठन है जिसका उद्देश्य पुस्तकालयों, जानकारों और जागरूकता संगठनों के साथ सहयोग करके लोगों के लिए सहयोगपूर्ण और सामग्री-स्थित ग्रंथसूचियों के प्रसार को बढ़ावा देना है।

प्रश्न-7. शब्दकोश की परिभाषा दीजिए।

उत्तर:-शब्दकोश एक शब्दों का संग्रहणी, उनकी व्याख्या और व्याकरण संबंधी जानकारी प्रदान करने वाला स्रोत होता है। यह भाषा के अर्थ, उच्चारण, विशेषताएँ और विकास को समझने में मदद करता है और सही और संक्षिप्त व्याख्या प्रदान करता है। शब्दकोश शिक्षा, अनुवाद, लेखन, और अध्ययन के क्षेत्र में उपयोगी होता है।

प्रश्न-8. शब्दकोश के प्रकार बताइए ?

उत्तर:- शब्दकोश कई प्रकार के होते हैं जिसमे कुछ निम्न प्रकार से हैं –

  1. व्यापारिक शब्दकोश: यह विशेष उद्योग, शिक्षा, विज्ञान, कला आदि के शब्दों की व्याख्या प्रदान करता है।
  2. भूगोलिक शब्दकोश: यह भूगोल से संबंधित शब्दों की व्याख्या करता है, जैसे देशों, शहरों, नदियों आदि के नाम।
  3. निघण्टु: यह समानार्थी और विलोम शब्दों की सूची प्रदान करता है।
  4. उपन्यासकोश: यह विभिन्न उपन्यासों, कहानियों और लेखकों की जानकारी प्रदान करता है।
  5. वैद्यकोश: यह चिकित्सा से संबंधित शब्दों की व्याख्या करता है।
प्रश्न-9. विषय ग्रंथसूची की परिभाषा दीजिए ?

उत्तर:-एक ग्रंथसूची किसी विशेष विषय या किसी विशेष लेखक द्वारा लिखित कार्यों (जैसे किताबें और लेख) की एक सूची है। अथार्थ विषय ग्रंथसूची एक सूची होती है जो किसी पुस्तक या साहित्यिक स्रोत में शामिल विषयों, अनुभागों, नामों को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करती है। इससे पाठकों को उन विषयों की पहचान और पहुँचने में सहायता मिलती है।

प्रश्न-10. हस्तपुस्तिका का उद्देश्य बताइए ?

उत्तर:-हस्तपुस्तिका एक छोटी लिखित पुस्तिका होती है जिसमें व्यक्तिगत ज्ञान, विचार, योजनाएँ या नोट्स आदि दर्ज करके सुरक्षित रखने का मुख्य उद्देश्य होता है, जिससे आवश्यक जानकारी का संवर्धन और स्मरण बना रह सके।

प्रश्न-11.

उत्तर:-

प्रश्न-12.

उत्तर:-

प्रश्न-13.

उत्तर:-

प्रश्न-14.

उत्तर:-

प्रश्न-15.

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प्रश्न-16.

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प्रश्न-17.

उत्तर:-

प्रश्न-18.

उत्तर:-

प्रश्न-19.

उत्तर:-

प्रश्न-20.

उत्तर:-

Section-B

प्रश्न-1. पांचांग की आवश्यकता बताइए ?

उत्तर:- पांचांग की आवश्यकता विभिन्न समय और ज्योतिषीय विधियों के आधार पर महत्वपूर्ण होती है। यहाँ पांचांग की आवश्यकता के कुछ कारण निम्नलिखित है:

  1. तिथियाँ और मुहूर्त: पांचांग द्वारा सभी महत्वपूर्ण तिथियाँ, पक्ष, और तिथियों का संचयन किया जाता है, जो विभिन्न धार्मिक और सामाजिक आयोजनों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। यह लोगों को शुभ मुहूर्तों की जानकारी प्रदान करता है, जिन्हें वे किसी भी कार्य को करने के लिए चुन सकते हैं।
  2. तिथि और समय की निर्धारण: पांचांग के माध्यम से समय की निर्धारण किया जाता है, जिससे लोग अपनी दैनिक जीवनरणना को आसानी से आयोजित कर सकते हैं।
  3. ज्योतिषीय उपायों की सूचना: पांचांग द्वारा ज्योतिषीय उपायों की सूचना प्रदान की जाती है, जिन्हें लोग अपने जीवन की समृद्धि और सुख-शांति के लिए अपना सकते हैं।
  4. धार्मिक आयोजनों की जानकारी: पांचांग द्वारा हिन्दू धर्म में विभिन्न त्योहार, पूजाएँ, व्रत, आदि की तारीखों की जानकारी प्रदान की जाती है।
  5. विवाह और महिलाओं के स्त्रीधर्म की जानकारी: पांचांग द्वारा विवाह मुहूर्तों की जानकारी प्रदान की जाती है और विवाह के लिए शुभ तिथियों की जानकारी दी जाती है। साथ ही, महिलाओं के स्त्रीधर्म के अनुसार व्रत और पूजाएँ भी पांचांग में दर्शाई जाती हैं।

इस प्रकार, पांचांग का उद्देश्य लोगों को समय, तिथि, और विभिन्न धार्मिक आयोजनों की सही जानकारी प्रदान करके उनके दैनिक और आयोजित जीवन को सुखमय और संगठित बनाना होता है।

प्रश्न-2. भौगोलिक स्रोतों की उपयोगिता बताइए ?

उत्तर:- भौगोलिक स्रोतें जैसे कि नक्शे, उपग्रह सत्यापन, जलवायु डेटा, आदि, भौगोलिक ज्ञान की महत्वपूर्ण स्रोत होती हैं। ये स्रोत विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगी होते हैं:

  1. नक्शे और ग्राफिक्स: भौगोलिक नक्शे विभिन्न शैक्षिक, प्रशासनिक, और अनुसंधान कार्यों में उपयोग होते हैं, जैसे कि भू-नक्शा, जलवायु नक्शा, आदि।
  2. जलवायु और वातावरणीय डेटा: भौगोलिक स्रोतों से प्राप्त जलवायु और वातावरणीय डेटा जैसे कि वर्षा, तापमान, हवा की दिशा, आदि, समय के साथ बदलते जलवायु के प्रति जागरूकता प्रदान करते हैं।
  3. अद्यतन जानकारी: उपग्रह सत्यापन के माध्यम से भौगोलिक स्रोतों से प्राप्त अद्यतन जानकारी विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगी होती है, जैसे कि खेती, वनस्पति और वन्यजीव, नक्षत्रिक निरीक्षण, और विकास के क्षेत्र में।
  4. योजनाबद्धता: भौगोलिक स्रोतों की मदद से नगरीय विकास, भू-निर्माण, और अन्य योजनाओं को सही और प्रभावी तरीके से योजना बनाने में मदद मिलती है।
  5. विज्ञान और अनुसंधान: खोजों, अनुसंधानों, और विज्ञानिक काम में भौगोलिक स्रोतों का उपयोग जैसे कि जलवायु विज्ञान, जैवविज्ञान, भूवैज्ञान, और अंतरिक्ष अनुसंधान में किया जाता है।

इन सभी कारणों से, भौगोलिक स्रोतों का उपयोग नक्शापन, अनुसंधान, योजनाबद्धता, और विकास के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण होता है।

प्रश्न-3. विश्वकोश के मूल्यांकन के मानदंडों का वर्णन कीजिए ?

उत्तर:-विश्वकोश का अर्थ है विश्व के समस्त ज्ञान का भंडार। अत: विश्वकोश वह कृति है जिसमें ज्ञान की सभी शाखाओं का सन्निवेश होता है। इसमें वर्णानुक्रमिक रूप में व्यवस्थित अन्यान्य विषयों पर संक्षिप्त किंतु तथ्यपूर्ण निबंधों का संकलन रहता है।

प्रश्न-4. स्टेटसमैन ‘ज ईयर बुक का मूल्यांकन कीजिए।

उत्तर:-“ज ईयर बुक” एक प्रमुख राजनैतिक और राष्ट्रिय विचारक के द्वारा लिखी गई पुस्तक है जिसमें उनके वर्ष के दौरान किए गए कार्य, नीतियाँ, और मानवीय दृष्टिकोण पर विचार प्रस्तुत किए गए हैं। यह पुस्तक उनकी व्यक्तिगत और राजनैतिक यात्रा के संवादों के रूप में प्रस्तुत किए गए हैं जिनसे पाठक उनके दृष्टिकोण, विचार, और कार्यों को समझ सकते हैं।

यह महत्वपूर्ण है कि यह पुस्तक स्टेटसमैन की विचारधारा, नीतियाँ, और विकास की प्राथमिकताओं को समझने में मदद करती है। यह उनके अनुभवों और दृष्टिकोण को प्रस्तुत करके उनके व्यक्तिगतता को प्रकट करती है। पुस्तक में वर्ष के महत्वपूर्ण घटनाओं, समस्याओं, और समाज के प्रति उनके प्रतिबद्धता का वर्णन होता है। “ज ईयर बुक” न केवल उनकी व्यक्तिगत यात्रा को दर्शाती है, बल्कि यह उनके सोच और संविदान को समझने का एक माध्यम भी है।

प्रश्न-5. राष्ट्रीय वाङमय सूची का कार्यक्षेत्र एवं संदर्भ उपयोगिता बताइए ?

उत्तर:- राष्ट्रीय वाङमय सूची विभिन्न भाषाओं में लिखी गई श्रेणीबद्ध साहित्यिक कृतियों की सूची होती है जो किसी देश या समाज के सांस्कृतिक और साहित्यिक विकास को प्रकट करती है। इसका कार्यक्षेत्र निम्नलिखित होता है:

  1. भाषा और साहित्य: राष्ट्रीय वाङमय सूची विभिन्न भाषाओं में लिखी गई कृतियों को संवर्धन, संरक्षण और प्रसारण का काम करती है जो उस देश या समाज की भाषा और साहित्य की प्रतिष्ठा को बढ़ावा देती है।
  2. सांस्कृतिक विविधता: राष्ट्रीय वाङमय सूची विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों की सांस्कृतिक विविधता को प्रकट करती है और उनकी मूल साहित्यिक धरोहर को संरक्षित रखने में मदद करती है।
  3. साहित्यिक अनुसंधान और अध्ययन: यह सूची विभिन्न विषयों, लेखकों, और कृतियों के आधार पर साहित्यिक अनुसंधान और अध्ययन की दिशा में मार्गदर्शन करती है।
  4. भाषा और साहित्य का संरक्षण: इससे भाषा और साहित्य की प्रमुख कृतियों का संरक्षण और प्रसारण किया जा सकता है ताकि ये साहित्यिक धरोहर को बचाए रखा जा सके।

राष्ट्रीय वाङमय सूची विभिन्न साहित्यिक आवश्यकताओं, अनुसंधान, शैक्षिक उद्देश्यों, और सांस्कृतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होती है। यह विभिन्न लोगों, शैलियों, और समुदायों के साहित्यिक योगदान को प्रमोट करती है और साहित्यिक धरोहर की संरक्षण की दिशा में योगदान करती है।

प्रश्न-6. विषयगत वाङ्मय सूची की उपयोगिता, आवश्यकता एवं महत्व की चर्चा कीजिए ?

उत्तर:-

प्रश्न-7. विश्वकोश के परिशिष्ट पर संक्षेप टिप्पणी लिखिए ?

उत्तर:- विश्वकोश के परिशिष्ट विश्वकोश की महत्वपूर्ण अंग होते हैं जो अंत में प्रस्तुत होते हैं। ये परिशिष्ट विश्वकोश में दिए गए मुख्य जानकारी, तथ्य, आँकड़े और संदर्भों को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करते हैं। इनका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को विभिन्न विषयों में संविदानिक और विस्तारपूर्ण जानकारी प्राप्त करने में सहायता प्रदान करना होता है।

परिशिष्टों में विशेष विषयों, प्रमुख व्यक्तित्वों, ऐतिहासिक घटनाओं, संग्रहणीय आँकड़ों, जगहों और उपयोगी स्रोतों की संक्षेपित जानकारी प्रदान की जाती है। ये परिशिष्ट उपयोगकर्ताओं को विश्वकोश की मुख्य सामग्री के साथ-साथ विशिष्ट तथ्यों और उपयोगी जानकारी की ओर मार्गदर्शन करते हैं। इन परिशिष्टों में प्रस्तुत की जाने वाली जानकारी आधिकारिक स्रोतों और विशिष्ट विषय स्थलों के बारे में भी जानकारी प्रदान करती है, जो विश्वकोश की मान्यता और सामर्थ्य को बढ़ावा देते हैं। परिशिष्टों का अध्ययन विश्वकोश के उपयोगकर्ताओं को विभिन्न विषयों में आगे की अध्ययन की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करता है।

प्रश्न-8. सार्वभौमिक ग्रंथसूची के संकलन में इफला की भूमिका बताइए ?

उत्तर:- अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकालय संगठन (इफला) सार्वभौमिक ग्रंथसूची के संकलन और प्रसारण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इफला एक विश्वस्तरीय संगठन है जिसका उद्देश्य पुस्तकालयों, जानकारों और जागरूकता संगठनों के साथ सहयोग करके लोगों के लिए सहयोगपूर्ण और सामग्री-स्थित ग्रंथसूचियों के प्रसार को बढ़ावा देना है।

इफला के द्वारा संकलित ग्रंथसूचियों का संचयन, प्रसारण और पहुंच सुनिश्चित करने का कार्य होता है ताकि लोगों को सहयोगपूर्ण और उपयोगी स्रोतों का पहुंच सके। यह सामग्री पुस्तकालयों और संगठनों के साथ मिलकर होता है और उनके पास संग्रहित जानकारी को लोगों तक पहुंचाता है, जो विशेषज्ञता, शिक्षा, और जानकारी के लिए उपयुक्त होती है।

इफला का यह कार्य मानव सामाजिक साक्षरता और ज्ञान प्रसार की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान है। उनका संग्रहित सामग्री सुनिश्चित करता है कि व्यक्तिगत, शैक्षिक और पेशेवर विकास के लिए जरूरी जानकारी उपलब्ध होती है और यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि विश्वभर के लोग उन्हें प्राप्त कर सकें। इस प्रकार, इफला की भूमिका संग्रहणीय सामग्री की पहुंच में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करती है और ज्ञान के क्षेत्र में विश्वस्तरीय एकता की संरचना में सहायक होती है।

प्रश्न-9. उद्धरण अनुक्रमणिका की उपयोगिता का वर्णन कीजिए ?

उत्तर:-यह एक खोज उपकरण है जिसकी मदद से सूचना को आसानी से खोजा जा सकता है। अनुक्रमणिका किसी नियत सूचना तक पहुँचने का एक उपकरण, स्रोत अथवा साधन है। यह स्वयं सूचना प्रदान नहीं करती है बल्कि सूचना प्राप्ति के स्रोत की तरफ इंगित करती है। यह सूचना स्रोत संग्रह तथा पाठक के मध्य आवश्यक संचार कड़ी है।

प्रश्न-10.

उत्तर:-

प्रश्न-11.

उत्तर:-

प्रश्न-12.

उत्तर:-

प्रश्न-13.

उत्तर:-

प्रश्न-14.

उत्तर:-

प्रश्न-15.

उत्तर:-

Section-C

प्रश्न-3. शब्दकोश की परिभाषा दीजिए। शब्दकोश के प्रकार एवं मूल्यांकन के प्रमुख बिन्दुओं की चर्चा कीजिए ?

उत्तर:-शब्दकोश (अन्य वर्तनी: शब्दकोष) एक बडी सूची या ऐसा ग्रन्थ जिसमें शब्दों की वर्तनी, उनकी व्युत्पत्ति, व्याकरणनिर्देश, अर्थ, परिभाषा, प्रयोग और पदार्थ आदि का सन्निवेश हो। उसे शब्दकोश कहा जा सकता हैं , शब्दकोश एकभाषीय हो सकते हैं, द्विभाषिक हो सकते हैं या बहुभाषिक हो सकते हैं।

शब्दकोश भाषा के विशेष शब्दों के अर्थ, व्याकरण, उच्चारण और प्रयोग के संबंध में जानकारी प्रदान करने का महत्वपूर्ण स्रोत होता है। यह शब्दों की व्याख्या, समृद्ध शब्दसंग्रहणी, और भाषा की सुधार के लिए उपयोगी होता है। शब्दकोश कई प्रकार के होते हैं और मूल्यांकन के प्रमुख बिंदु निम्नलिखित होते हैं:

  1. व्यापारिक शब्दकोश: यह विशेष उद्योग, शिक्षा, विज्ञान, कला आदि के शब्दों की व्याख्या प्रदान करता है।
  2. भूगोलिक शब्दकोश: यह भूगोल से संबंधित शब्दों की व्याख्या करता है, जैसे देशों, शहरों, नदियों आदि के नाम।
  3. निघण्टु: यह समानार्थी और विलोम शब्दों की सूची प्रदान करता है।
  4. उपन्यासकोश: यह विभिन्न उपन्यासों, कहानियों और लेखकों की जानकारी प्रदान करता है।
  5. वैद्यकोश: यह चिकित्सा से संबंधित शब्दों की व्याख्या करता है।

शब्दकोश एक शब्दों का संग्रहणी, उनकी व्याख्या और व्याकरण संबंधी जानकारी प्रदान करने वाला स्रोत होता है। यह भाषा के अर्थ, उच्चारण, विशेषताएँ और विकास को समझने में मदद करता है और सही और संक्षिप्त व्याख्या प्रदान करता है। शब्दकोश शिक्षा, अनुवाद, लेखन, और अध्ययन के क्षेत्र में उपयोगी होता है।

शब्दकोशों का मूल्यांकन महत्वपूर्ण है क्योंकि वे शब्दों की सही और संक्षिप्त व्याख्या प्रदान करते हैं जो उचित तथ्यों के साथ होनी चाहिए। उनका संकलन, संरक्षण और प्रसार भाषा और ज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान करता है। शब्दकोशों का उपयोग शिक्षा, शोध, और अनुवाद के क्षेत्र में भी होता है, जो भाषा के सुधार और विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है।

प्रश्न-1. भौगोलिक सूचना स्रोतों की आवश्यकता तथा उपयोग का वर्णन कीजिए ?

उत्तर:-

प्रश्न-2. विषयगत वाङ्मय सूची की उपयोगिता, आवश्यकता एवं महत्व की चर्चा कीजिए ?

उत्तर:-

प्रश्न-4. हस्तपुस्तिका परिभाषित कीजिए। इसके प्रकार बताइए, तथा सूचना स्रोत के तौर पर इसकी उपयोगिता बताएँ ?

उत्तर:-

प्रश्न-5. वाङ्मयसूची के मूल्यांकन के प्रमुख बिंदु बताइए किसी राष्ट्रीय वाङ्मयसूची, जिससे आप परिचित है, का मूल्यांकन कीजिए ?

उत्तर:-

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