विसेरोटोनिया, सोमैटोटोनिया और सेरिब्रोटोनिया: शेल्डन का व्यक्तित्व सिद्धांत

विसेरोटोनिया, सोमैटोटोनिया और सेरिब्रोटोनिया: शेल्डन का व्यक्तित्व सिद्धांत

परिचय
20वीं सदी के मनोवैज्ञानिक विलियम हर्बर्ट शेल्डन ने Somatotypes Theory प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने शारीरिक बनावट और व्यक्तित्व के बीच संबंध स्थापित करने का प्रयास किया। उनके अनुसार, किसी व्यक्ति का शरीर (आकार और संरचना) उसके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करता है। शेल्डन ने तीन मुख्य शरीर प्रकार और उनसे संबंधित व्यक्तित्व विशेषताओं को परिभाषित किया:

1. एंडोमॉर्फिक (Viscerotonia)
2. मेसोमॉर्फिक (Somatotonia)
3. एक्टोमॉर्फिक (Cerebrotonia)


आइए इन तीनों का विस्तार से अध्ययन करें।




1. विसेरोटोनिया (Viscerotonia)

शारीरिक प्रकार:
यह एंडोमॉर्फिक शरीर प्रकार से जुड़ा है, जिसमें व्यक्ति का शरीर गोल, भारी और नरम होता है।

व्यक्तित्व विशेषताएँ:

सामाजिक और मिलनसार: ऐसे लोग सामाजिक गतिविधियों का आनंद लेते हैं और दूसरों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं।

आराम पसंद: यह व्यक्ति शांति, आराम, और खुशी के क्षणों को प्राथमिकता देते हैं।

खाने का शौक: स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेना और उसे महत्व देना इनकी पहचान है।

दयालु और सहनशील: दूसरों के प्रति सहानुभूति और धैर्य रखते हैं।

तनावमुक्त: ऐसे लोग आमतौर पर चिंता कम करते हैं और जीवन को आसान तरीके से जीते हैं।





2. सोमैटोटोनिया (Somatotonia)

शारीरिक प्रकार:
यह मेसोमॉर्फिक शरीर प्रकार से जुड़ा है, जिसमें व्यक्ति का शरीर मांसल, मजबूत और एथलेटिक होता है।

व्यक्तित्व विशेषताएँ:

ऊर्जा और सक्रियता: ये लोग हमेशा ऊर्जा से भरे रहते हैं और शारीरिक गतिविधियों में शामिल रहना पसंद करते हैं।

आत्मविश्वासी: स्वाभिमानी और आत्मनिर्भर स्वभाव के होते हैं।

साहसी और जोखिम लेने वाले: नए अनुभवों और चुनौतियों को अपनाने की प्रवृत्ति रखते हैं।

प्रतिस्पर्धात्मक: इन्हें प्रतिस्पर्धा पसंद होती है और वे हर स्थिति में जीतने की कोशिश करते हैं।

प्रभावशाली नेतृत्व क्षमता: अपने दृढ़ता और निर्णय लेने की क्षमता से ये अच्छे नेता बन सकते हैं।





3. सेरिब्रोटोनिया (Cerebrotonia)

शारीरिक प्रकार:
यह एक्टोमॉर्फिक शरीर प्रकार से जुड़ा है, जिसमें व्यक्ति का शरीर दुबला-पतला, नाजुक और लंबा होता है।

व्यक्तित्व विशेषताएँ:

बौद्धिकता और चिंतनशीलता: ऐसे लोग अपने विचारों और बौद्धिक गतिविधियों में गहराई से डूबे रहते हैं।

अकेलेपन की प्रवृत्ति: ये सामाजिक होने के बजाय एकांत में रहना पसंद करते हैं।

संवेदनशीलता: भावनात्मक और शारीरिक रूप से ये अधिक संवेदनशील होते हैं।

तनावपूर्ण और चिंताग्रस्त: बाहरी परिस्थितियों के प्रति अधिक तनावग्रस्त प्रतिक्रिया देते हैं।

आत्म-नियंत्रण: अपनी भावनाओं और विचारों को नियंत्रित करने की गहरी क्षमता रखते हैं।





शेल्डन के सिद्धांत की आलोचना

हालांकि यह सिद्धांत अपने समय में प्रभावशाली था, लेकिन आज इसे आधुनिक मनोविज्ञान में वैज्ञानिक प्रमाण की कमी के कारण ज्यादा मान्यता नहीं दी जाती। इसकी आलोचना निम्नलिखित कारणों से की जाती है:

1. सामान्यीकरण: यह सभी व्यक्तियों को केवल तीन श्रेणियों में सीमित करता है।


2. वैज्ञानिक प्रमाण की कमी: शारीरिक बनावट और व्यक्तित्व के बीच संबंध स्थापित करने के लिए पर्याप्त डेटा उपलब्ध नहीं है।


3. अतिवादी दृष्टिकोण: यह सिद्धांत व्यक्तिगत भिन्नताओं की उपेक्षा करता है।






आधुनिक दृष्टिकोण

आज मनोविज्ञान में व्यक्तित्व को समझने के लिए जैविक, सामाजिक और पर्यावरणीय कारकों का समग्र अध्ययन किया जाता है।

व्यक्तित्व के मॉडल: जैसे “Big Five Personality Traits” आधुनिक मनोविज्ञान में अधिक स्वीकार्य हैं।

व्यक्तिगत भिन्नता: हर व्यक्ति के व्यक्तित्व को अनोखा माना जाता है।





निष्कर्ष

विसेरोटोनिया, सोमैटोटोनिया और सेरिब्रोटोनिया शेल्डन के व्यक्तित्व सिद्धांत का हिस्सा हैं, जो व्यक्तित्व और शारीरिक संरचना के बीच संबंध को समझाने का प्रयास करते हैं। हालांकि यह सिद्धांत आज के समय में वैज्ञानिक रूप से अप्रासंगिक हो सकता है, लेकिन यह मनोविज्ञान के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

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