Bulimia Nervosa Anorexia Nervosa बुलिमिया नर्वोसा Bulimia Nervosa और एनोरेक्सिया नर्वोसा Anorexia Nervosa दो अलग-अलग लेकिन संबंधित भोजन विकार (ईटिंग डिसऑर्डर) हैं। यह दोनों व्यक्ति की खाने की आदतों, शरीर की छवि (बॉडी इमेज) और संपूर्ण स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं। यहां इनके बारे में उदाहरण सहित समझाया गया है:
बुलिमिया नर्वोसा (Bulimia Nervosa)
बुलिमिया नर्वोसा (Bulimia Nervosa)- यह विकार अत्यधिक खाने (बिंज ईटिंग) और उसके बाद वजन बढ़ने से बचने के लिए कदम उठाने (जैसे उल्टी करना, अधिक व्यायाम करना) की प्रक्रिया से जुड़ा है। व्यक्ति अक्सर खाने के दौरान नियंत्रण खो देता है और खाने के बाद अपराधबोध या शर्मिंदगी महसूस करता है।
उदाहरण:- एक युवा व्यक्ति थोड़े समय में बड़ी मात्रा में खाना खा लेता है (जैसे पूरी पिज्जा, आइसक्रीम का डिब्बा और कई चिप्स के पैकेट)। इसके बाद वह दोषी महसूस करता है और उल्टी करने या घंटों तक व्यायाम करने की कोशिश करता है ताकि “गलती को सुधार सके।”
मुख्य विशेषताएं:
- बार-बार अत्यधिक खाने और उसे खत्म करने के प्रयास
- सामान्य या थोड़ा अधिक वजन होना।
- शरीर के आकार और वजन को लेकर अत्यधिक चिंता।
- खाने की आदतों के प्रति शर्मिंदगी और गोपनीयता।
एनोरेक्सिया नर्वोसा (Anorexia Nervosa)
एनोरेक्सिया नर्वोसा (Anorexia Nervosa): – यह विकार वजन बढ़ने के डर और शरीर की छवि के विकृत दृष्टिकोण से जुड़ा है, जिसके कारण व्यक्ति खाने में बहुत कमी करता है। इसका उद्देश्य अत्यधिक पतला होना होता है।
उदाहरण: एक किशोरी खाने से इनकार करती है और कहती है कि उसे भूख नहीं है। वह दिन भर में केवल एक सेब और थोड़ा सलाद खाती है। अत्यधिक कमजोर होने के बावजूद, वह खुद को “मोटा” मानती है और खाना कम करने की कोशिश करती रहती है।
मुख्य विशेषताएं:
- अत्यधिक कम वजन।
- वजन बढ़ने का गहरा डर, भले ही व्यक्ति कमजोर हो।
- शरीर का आकार और वजन के प्रति विकृत धारणा।
- पोषण की गंभीर कमी, जो हृदय की समस्याओं, हड्डियों की कमजोरी और हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती है।
समानताएं:
- दोनों ही विकारों में वजन और शरीर की छवि पर अस्वस्थ ध्यान होता है।
- दोनों शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालते हैं।
- दोनों के इलाज के लिए चिकित्सकीय और मानसिक सहायता जरूरी है।
- अगर आप या आपके आसपास कोई इन समस्याओं से जूझ रहा है, तो तुरंत किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ या डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर मदद से स्थिति को बेहतर किया जा सकता है।